अखिल भारतीय संतमत सत्संग का वार्षिक महाधिवेशन Annual General Conference of All India Santmat Satsang

अखिल भारतीय संतमत सत्संग का वार्षिक महाधिवेशन

     प्रभु प्रेमियों ! सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज संत कबीर साहब के वाणी "दरशन कीजै साधु का, दिन में कइ कइ बार ।"|के आधार पर अपने सभी तरह के सत्संग कार्यक्रम का आयोजित करते हैं। इनमें वार्षिक कार्यक्रम को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है और बताया गया है कि जो वर्ष में एक बार भी संत-महात्माओं का दर्शन नहीं करते, अपने गुरु का दर्शन नहीं करते;  उनको मोक्ष का लाभ नहीं मिल सकता है। अत: वर्ष में कम-से-कम एक बार इस कार्यक्रम में अवश्य भाग लेना चाहिए ।  आईये इस बार से अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा का द्वारा आयोजित वार्षिक महाधिवेशन कार्यक्रम कहां हो रहा है इसकी जानकारी प्राप्त करें--

अखिल भारतीय संतमत सत्संग का वार्षिक महाधिवेशन
अखिल भारतीय संतमत सत्संग का वार्षिक महाधिवेशन


अखिल भारतीय संतमत सत्संग का वार्षिक महाधिवेशन 

     प्रभु प्रेमियों ! सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज 50 सत्संगियों के साथ में प्रथम अखिल भारतीय संतमत सत्संग का आयोजन किए थे और आज इस महाधिवेशन कार्यक्रम में लाखों की उपस्थिति हो जाती है। इसलिए इह सत्संग कार्यक्रम को संभालना बहुत कठिन होता जा रहा है। अत: बड़े-बड़े श्रेष्ठ गुरु भक्त शिष्य अलग-अलग अखिल भारतीय सत्संग महा अधिवेशन करते हैं। जिनमें से कुछ प्रमुख महादिवेशनों की जानकारी आपको नीचे दी जा रही है--

अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 115 वां वार्षिक महाधिवेशन
अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 115 वां वार्षिक महाधिवेशन

🌼 अखिल भारतीय संतमत-सत्संग का 115वाँ वार्षिक अधिवेशन 🌼
(Akhil Bharatiya Santmat-Satsang – 115th Annual Convention)

स्थान / Venue:
ग्राम + पोस्ट: बड़ी बड़ोना, पंचायत – घोष, प्रखंड – चौसा, जिला – मधेपुरा, बिहार
Village + Post: Badki Badoona, Panchayat – Ghosh, Block – Chausa, District – Madhepura, Bihar

दिनांक / Dates:
14, 15 एवं 16 मार्च 2026 ई० (शनिवार, रविवार एवं सोमवार)
14th, 15th & 16th March 2026 (Saturday, Sunday & Monday)

कार्यक्रम का उद्देश्य / Purpose of the Event:
संत सद्गुरु महार्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की अहैतुकी कृपा से आयोजित इस महान ज्ञान-यज्ञ में, संत शाहि स्वामी जी महाराज की विशेष कृपा-पात्रता एवं संत चतुरानंद जी महाराज के सान्निध्य में देश-विदेश के वरिष्ठ आचार्य, साधु-महात्मा एवं संतमत के विद्वान् मर्यादित उपदेश और आंतरिक साधना (ध्यान-योग, मर्म ज्ञान) पर प्रकाश डालेंगे।

With the infinite grace of Sant Sadguru Maharshi Mehi Paramhans Ji Maharaj, this great spiritual knowledge-festival will be held in the divine presence of Sant Shahi Swami Ji Maharaj and under the guidance of Sant Chaturananand Ji Maharaj, where senior Acharyas, saints, and scholars from India and abroad will deliver discourses on Santmat philosophy, meditation, and inner realization.

सभी श्रद्धालुओं से निवेदन / Invitation:
सभी संतमत-अनुयायी, साधु-संत, श्रद्धालु भाई-बहन सपरिवार इस पवित्र ज्ञान-यज्ञ में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें।

All devotees and followers are cordially invited to participate with their families and receive spiritual blessings and merit from this divine gathering.

कार्यक्रम / Daily Schedule:
🕕 प्रातः 8 बजे से – भजन-कीर्तन, स्तुति-प्रार्थना, सत्संग-पाठ
🕒 अपराह्न 3 बजे से – प्रवचन, ध्यान-मार्ग का उपदेश, आरती

🕕 Morning (from 8:00 a.m.) – Bhajan-Kirtan, Prayer, Satsang Reading
🕒 Afternoon (from 3:00 p.m.) – Discourses, Meditation Instructions, Evening Arti

मुख्य रेलवे स्टेशन / Nearest Railway Stations:
नवगछिया – लगभग 60 कि.मी.

बांका – लगभग 60 कि.मी.

भागलपुर – लगभग 70 कि.मी.

मधेपुरा – लगभग 70 कि.मी.

बस सुविधा चौसा तक उपलब्ध है, वहाँ से कार्यक्रम स्थल “बड़ी बड़ोना” लगभग 6 कि.मी. दूरी पर है।
(Bus services available up to Chausa. Venue “Badki Badoona” is about 6 km from Chausa.)

संपर्क सूत्र / Contact Numbers:
(सूची अनुसार – विभिन्न आयोजन समिति सदस्यों के फोन नंबर दिए गए हैं।)

आयोजक / Organized by:
अखिल भारतीय संतमत-सत्संग महासभा
Maharshi Mehi Dham, Kuppaghat, Bhagalpur, Bihar
स्थानीय स्वागत समिति – संतमत सत्संग, बड़ोना, मधेपुरा (बिहार)








अखिल भारतीय संतमत सत्संग सम्मेलन 2026 ई. 

अखिल भारतीय सत्संग धरहरा में
अखिल भारतीय सत्संग धरहरा में

21 22 एवं 23 फरवरी 2026 को धरहरा में अखिल भारतीय सत्संग
अखिल भारतीय सत्संग धरहरा में
अखिल भारतीय संतमत सत्संग सम्मेलन 2026
अखिल भारतीय संतमत सत्संग सम्मेलन 2026













संत कबीर वाणी  "दरशन कीजै साधु का, दिन में कइ कइ बार। "

 कबीर सोई दिन भला, जा दिन साधु मिलाय |अंक भरे भरि भेरिये, पाप शरीर जाय ||

वो दिन बहुत अच्छा है जिस दिन सन्त मिले | सन्तो से दिल खोलकर मिलो , मन के दोष दूर होंगे |

दरशन कीजै साधु का, दिन में कइ कइ बार |आसोजा का भेह ज्यों, बहुत करे उपकार ||

सन्तो के दरशन दिन में बार - बार करो | यह आश्विन महीने की वृष्टि के समान बहुत उपकारी है |

दोय बखत नहिं करि सके, दिन में करू इकबार | कबीर साधु दरश ते, उतरैं भव जल पार ||

सन्तो के दरशन दिन में दो बार ना कर सके तो एक बार ही कर ले | सन्तो के दरशन से जीव संसार - सागर से पार उतर जाता है |

दूजे दिन नहीं करि सके, तीजे दिन करू जाय | कबीर साधु दरश ते, मोक्ष मुक्ति फन पाय ||

सन्त दर्शन दूसरे दिन ना कर सके तो तीसरे दिन करे | सन्तो के दर्शन से जीव मोक्ष व मुक्तिरुपी महान फल पता है |

बार - बार नहिं करि सकै, पाख - पाख करि लेय | कहैं कबीर सों भक्त जन, जन्म सुफल करि लेय ||

यदि सन्तो के दर्शन साप्ताहिक न कर सके, तो पन्द्रह दिन में कर लिया करे | कबीर जी कहते है ऐसे भक्त भी अपना जन्म सफल बना सकते हैं |

मास - मास नहिं करि सकै, छठे मास अलबत | यामें ढ़ील न कीजिये, कहैं कबीर अविगत ||

यदि सन्तो के दर्शन महीने - महीने न कर सके, तो छठे महीने में अवश्य करे | अविनाशी वोधदाता गुरु कबीर कहते हैं कि इसमें शिथिलता मत करो |

बरस - बरस नहिं करि सकैं, ताको लगे दोष | कहैं कबीर वा जीव सों, कबहु न पावै मोष ||

यदि सन्तो के दर्शन बरस - बरस में भी न कर सके, तो उस भक्त को दोष लगता है | सन्त कबीर जी कहते हैं, ऐसा जीव इस तरह के आचरण से कभी मोक्ष नहीं पा सकता |

इन अटकाया न रुके, साधु दरश को जाय |कहैं कबीर सोई संतजन, मोक्ष मुक्ति फल पाय ||

किसी के रोडे डालने से न रुक कर, सन्त - दर्शन के लिए अवश्य जाना चहिये | सन्त कबीर जी कहते हैं, ऐसे ही सन्त भक्तजन मोक्ष फल को पा सकते हैं |

खाली साधु न बिदा करूँ, सुन लीजै सब कोय | कहैं कबीर कछु भेंट धरूँ, जो तेरे घर होय ||

सब कोई कान लगाकर सुन लो | सन्तों लो खाली हाथ मत विदा करो | कबीर जी कहते हैं, तम्हारे घर में जो देने योग्य हो, जरूर भेट करो |

सुनिये पार जो पाइया, छाजिन भोजन आनि | कहैं कबीर संतन को, देत न कीजै कानि ||

सुनिये ! यदि संसार - सागर से पार पाना चाहते हैं, भोजन - वस्त्र लाकर संतों को समर्पित करने में आगा - पीछा या अहंकार न करिये |





     प्रभु प्रेमियों! आप सभी सत्संग प्रेमियों से विनम्र निवेदन है कि आप एकता का परिचय देते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में होने वाले सभी प्रकार के सत्संग एवं ध्यान कार्यक्रमों (दैनिक, त्रिदिवसीय, साप्ताहिक, अर्द्धमासिक, मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक, अधिवेशन, विशेष सत्र, भव्य सत्संग ध्यान कार्यक्रम एवं अन्य प्रकार के कार्यक्रम) की जानकारी हमें अवश्य प्रदान करें। 

7547006282 इसे ऊपर दिए गए कार्यक्रमों में बताई गई पूरी जानकारी के साथ एक संदेश के रूप में भेजें (

     हम सभी सत्संगियों से विनम्र निवेदन करते हैं कि जो भी अपने क्षेत्र में ऑनलाइन ध्यान और सत्संग कार्यक्रमों का प्रचार करना चाहते हैं, वे हमारे व्हाट्सएप नंबर 7547006282 पर संदेश के रूप में ऐसा करें,   हमें फ़ोन न करें। फ़ोन करने से मोक्ष तक ध्यान कार्यक्रम बाधित होता है।  जय गुरु महाराज।

     नोट-  यदि आप अपने कार्यक्रम को अधिक लोगों तक पहुँचाना चाहते हैं, तो कृपया उपरोक्त व्हाट्सएप नंबर पर हमें सभी बातें भेजें और   आर्थिक सहयोग केवल व्हाट्सएप संदेश भेजें।  कॉल न करें। कॉल करके ध्यान में खलल न डालें।)  आपके सहयोग से सत्संग ध्यान कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार और मोक्ष प्राप्ति तक ध्यान कार्यक्रम पर व्यय किया जाता है।  इससे कार्यक्रम में बताई गई बातों का लाभ सभी लोग उठा सकेंगे। 

नोट- जिन कार्यक्रमों में फ़ोन नंबर नहीं होता, उनकी कोई गारंटी नहीं होती। तो यहाँ दी गई कार्यक्रम सूची की वर्तमान स्थिति क्या है? इसकी पूरी जानकारी के साथ कार्यक्रम में प्रवेश करें। 

कोई टिप्पणी नहीं:

सभी सत्संग प्रेमी अपने-अपने क्षेत्र के सत्संग ध्यानाभ्यास कार्यक्रम की जानकारी हमारे व्हाट्सएप नंबर 7547006282 पर अवश्य भेजें। कृपया इस नंबर पर फोन नहीं करें इससे ध्यानाभ्यास में डिस्टर्ब होता है।

Blogger द्वारा संचालित.